नारी जब तक प्यारी लगे, जब तक वो बेचारी लगे, खोले जुबां जो अपने हक़ में, तेज़ धार वाली आरी लगे!!

नारी जब तक प्यारी लगे, जब तक वो बेचारी लगे, खोले जुबां जो अपने हक़ में, तेज़ धार वाली आरी लगे!!