अहंकार मत कर किसी को कुछ भी देकर,,, क्या पता तू दे रहा है, या पिछले जन्म का कर्ज़ चुका रहा है!

अहंकार मत कर किसी को कुछ भी देकर,,, क्या पता तू दे रहा है, या पिछले जन्म का कर्ज़ चुका रहा है!